Welcome Today, your daily dose of insights and inspiration. In Maati Se Bandhi Dor Today Episode 26th February 2025, we bring you exciting updates, thought-provoking discussions, and a look at the trends shaping the day. Stay tuned as we dive into the stories that matter most to you!
Maati Se Bandhi Dor Today Episode 26th February 2025
वैजू की तकलीफ और रिश्तों की उलझन
कहानी की शुरुआत होती है जब वैजू रणविजय और जया को गहनों की दुकान पर एक साथ देखकर आहत महसूस करती है। दूसरी ओर, जया को याद आता है कि उसने उसी दुकान पर वैजू को अपनी अंगूठी बेचते हुए देखा था। रणविजय भी लेटे हुए इन्हीं बातों में खोया हुआ है।
रणविजय और जया दोनों एक-दूसरे की ओर करवट लेते हैं, जबकि वैजू अपनी बेटी वाणी को गले लगाकर रोते हुए सो जाती है। रणविजय जया से पूछता है कि क्या वह अब तक नहीं सोई। इस पर जया जवाब देती है कि वह देख सकता है कि वह जाग रही है, लेकिन वह खुद भी तो अभी तक नहीं सोया।
टूटे रिश्ते और यादों का संग्राम
जया टूटे हुए कांच के टुकड़े उठाने लगती है, तभी रणविजय कहता है कि रिश्ते भी इन कांच के टुकड़ों की तरह होते हैं, जो एक बार टूटने के बाद फिर से नहीं जुड़ सकते।
इस पर जया जवाब देती है कि वह कोई रिश्ता बचाने की कोशिश नहीं कर रही, बल्कि सिर्फ कुछ यादों को सहेजना चाहती है। रणविजय कहता है कि यह सिर्फ रिश्तों की बात नहीं है, बल्कि वैजू की आत्मसम्मान की भी बात है।
वह जया को चेतावनी देता है कि उसे वैजू से कोई रिश्ता नहीं रखना चाहिए। इसी बीच, जया के हाथ में कांच का टुकड़ा चुभ जाता है। रणविजय वहां से जाने से पहले जया से कहता है कि अंत में उसे ही चोट लगेगी।
इस पर जया रणविजय से कहती है कि वह यह बर्दाश्त नहीं कर सकती कि वह उसे सिर्फ वैजू के सामने दिखावा करने के लिए इस्तेमाल करे। रणविजय जवाब देता है कि जब वायु ठीक हो जाएगा, तब वैजू उनकी जिंदगी से हमेशा के लिए चली जाएगी। इस पर जया आशा जताती है कि काश रणविजय उसकी सच्ची भावनाओं को देख पाता।
अरहान की मुश्किलें और परिवार का रवैया
दूसरी ओर, अरहान अपने दोस्त से फोन पर बात कर रहा होता है, जब वसुंधरा आकर उससे पूछती है कि वह पैसों का इंतजाम क्यों कर रहा है। रागिनी भी उसे टोकते हुए कहती है कि उसने पिछले हफ्ते ही किताबें खरीदी थीं, क्या अब वह एक लाइब्रेरी बनाने की योजना बना रहा है?
अरहान अपने दोस्त से बाद में बात करने का वादा करता है। इसी बीच, सुलेखा अरहान के पहनावे का मज़ाक उड़ाने लगती है। लेकिन अरहान गर्व से कहता है कि वह अपनी कक्षा का टॉपर है।
वसुंधरा उसे डांटते हुए कहती है कि बड़ों का सम्मान करना सीखना चाहिए, खासकर अगर उसे उनके परिवार से पैसे चाहिए।
वैजू का संघर्ष और वायु की प्रतीक्षा
दूसरी तरफ, सुनीता वैजू से कहती है कि वह रोज़ाना अखबारों में नौकरी के विज्ञापन देख रही है, लेकिन उसे कोई अच्छा अवसर नहीं मिल रहा। वैजू उसे समझाती है कि वे जरूर कोई रास्ता निकाल लेंगे।
वह खुद को शांत रखने की कोशिश करती है क्योंकि उसे वाणी को पढ़ाना भी है। इसी बीच, वसुंधरा वायु के पास जाती है और उसे गले लगाती है। वह उसे दूध पीने के लिए देती है और उसके चेहरे को प्यार से साफ करती है।
वायु बहुत खुश होता है क्योंकि वह जल्द ही वैजू और वाणी से मिलने वाला है। लेकिन जब वसुंधरा जयकांत से वायु को वैजू के घर छोड़ने के लिए कहती है, तो वह अपने काम में व्यस्त होने की बात कहकर मना कर देता है।
वसुंधरा का वैजू के प्रति गुस्सा
वसुंधरा निराश होकर कहती है कि न तो जया और रणविजय घर पर हैं और न ही जयकांत, जबकि वायु को वैजू के पास जाकर कुछ खेल खेलने थे। इसी बीच, वह यह भी कहती है कि वह नहीं चाहती कि वैजू की परछाईं भी वायु पर पड़े।
सुलेखा वसुंधरा को सलाह देती है कि उसे वैजू के सामने कमजोर नहीं पड़ना चाहिए और खुद वायु को उसके घर छोड़ आना चाहिए।
वायु और वाणी का मिलन
वाणी वैजू से पूछती है कि वायु की ट्रेनिंग कब खत्म होगी क्योंकि वह अब तक नहीं आया। तभी दरवाजे की घंटी बजती है और वसुंधरा वायु को लेकर वहां पहुंचती है।
वाणी दरवाजा खोलते ही दौड़कर वायु को गले लगा लेती है और उससे देर से आने का कारण पूछती है।
इसके बाद, वाणी खुशी-खुशी वसुंधरा को ‘आजी’ कहकर संबोधित करती है और उन्हें गले लगा लेती है। लेकिन वसुंधरा नाराज होते हुए कहती है कि वह उसकी आजी नहीं है।
वैजू तुरंत वाणी को टोकती है और उसे वसुंधरा को ‘आंटी’ कहने के लिए कहती है। इसके बाद वसुंधरा और वैजू के बीच फिर से बहस छिड़ जाती है।
निष्कर्ष
कहानी कई मोड़ों से गुजर रही है, जहां रिश्तों की उलझनें और टकराव बढ़ते जा रहे हैं। क्या रणविजय सच में वैजू को अपनी जिंदगी से बाहर निकाल देगा? क्या वसुंधरा कभी वैजू को स्वीकार करेगी? क्या अरहान अपने परिवार की उम्मीदों पर खरा उतर पाएगा? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए अगले एपिसोड का इंतजार करें।