एपिसोड की शुरुआत में रन्नविजय कैंप में वायु को खोजने आता है। वहीं, वैजु वायु को सिखाती है कि अन्याय के खिलाफ खड़े होना जरूरी है। वानी भी उसे सिखाती है कि यदि कोई उसे परेशान करे तो उसे बुलाए, लेकिन वैजु उसे कहती है कि उसे खुद को मजबूत महसूस करना चाहिए और वादा करना चाहिए कि वह भी ऐसा ही करेगी।
वायु कहता है कि उसकी हिम्मत कभी-कभी छिप जाती है। इस पर वैजु और वानी उसे “जय मल्हार” बोलने की सलाह देती हैं ताकि वह अपनी शक्ति को याद रख सके। रन्नविजय को वैजु की मौजूदगी का एहसास होता है, लेकिन वह उसे देख नहीं पाता। वैजु टीचर से कहती है कि वायु के माता-पिता को सूचित करें और वह घर के लिए निकल जाती है।
Maati Se Bandhi Dor 1st February 2025 Written Update
वायु और रन्नविजय का मिलन
वायु रन्नविजय को देखकर खुश हो जाता है और गले लगा लेता है। रन्नविजय वायु के माथे पर चोट देखकर चिंतित हो जाता है। टीचर उसे बताते हैं कि वायु गिर गया था, लेकिन वैजु ने उसकी अच्छी देखभाल की। रन्नविजय वायु से पूछता है कि उसने यह बात क्यों छुपाई। वायु बताता है कि उसकी फाइटर आंटी ने उसकी मदद की थी।
वानी और रन्नविजय की पहली मुलाकात
टीचर वायु से कहते हैं कि वह एक्टिविटीज में भाग ले। वायु वानी को रन्नविजय के बारे में बताता है, और वानी बताती है कि आज उसे एक बहादुर आदमी ने बचाया। वानी कहती है कि उसके पापा को कभी छुट्टी नहीं मिलती, लेकिन वायु उसे बताता है कि उसकी मां वैजु उसे बहुत प्यार करती है।
इसी बीच, रन्नविजय वहां आता है और वानी को आश्चर्य होता है जब उसे पता चलता है कि वह वायु का पिता है। वायु बताता है कि वानी वही लड़की है जिसने उसे बचाया था। रन्नविजय वानी को धन्यवाद कहता है, लेकिन वानी उसे धन्यवाद देती है क्योंकि उसने भी उसे बचाया था।
क्या रन्नविजय और वैजु आमने-सामने आएंगे?
वानी को रन्नविजय बहुत अच्छा लगता है और वह चाहती है कि उसका पिता भी उतना ही बहादुर और दयालु हो। रन्नविजय वानी से कहता है कि वह उसे घर छोड़ देगा और उसकी मां से मिलेगा।
वैजु की चिंता
वैजु सचिन से पूछती है कि पेंच कैसे ढीले हो गए और उसे वानी से अलग होने का डर सताने लगता है। सचिन उसे खोया हुआ देखकर पूछता है कि क्या वह ठीक है। वैजु कहती है कि वह ठीक कैसे हो सकती है, वह आज वानी को लगभग खो ही चुकी थी।
वानी ने बताया अपनी मां के बारे में
रन्नविजय वानी से उसके माता-पिता के बारे में पूछता है। वानी बताती है कि उसे अपने पिता के बारे में कुछ नहीं पता, लेकिन उसकी मां बहुत अच्छी है। वह बताती है कि वैजु गांव की महिलाओं को आत्मरक्षा सिखाती है।
मोटी रोटी ने जगाई यादें
वानी बताती है कि उसकी मां बहुत अच्छा खाना बनाती है और उसे याद आता है कि उसने अपना टिफिन खाना भूल गई। रन्नविजय जब मोटी रोटी देखता है, तो उसे वैजु की याद आ जाती है। वानी बताती है कि यह उसकी मां की खास रेसिपी है और वह रन्नविजय को खिलाती है। रन्नविजय वानी से उसकी मां का नाम पूछता है, लेकिन इसी बीच वे घर पीछे छोड़ देते हैं और वह नाम नहीं बता पाती।
रन्नविजय का वैजु से सामना?
वैजु तलवार के साथ अभ्यास कर रही होती है और रन्नविजय की याद में खुद को चोट पहुंचा लेती है। दूसरी ओर, वानी अपने घर पहुंचती है और रन्नविजय को रुकने के लिए कहती है।
रन्नविजय पर्दे के पीछे से वैजु की परछाई देखता है, जो तलवार चला रही होती है। “तेरा नाम इश्क” गाना बजता है, और वह धीरे-धीरे उसकी ओर बढ़ता है। लेकिन तभी उसके फोन की घंटी बजती है और वह रुक जाता है।
निरंजन के खिलाफ वैजु की चेतावनी
वैजु, वानी को अकेले देखकर चौंक जाती है और पूछती है कि वह अकेले क्यों आई। वानी बताती है कि वह अकेली नहीं आई, बल्कि अपने बहादुर आदमी के साथ आई है। वह बताती है कि जिसने उसे बचाया, वह रन्नविजय का पिता है।
इसी बीच, वैजु को निरंजन की गंदी साजिश का पता चलता है। वह तुरंत उसके पास जाती है और उसे चेतावनी देती है कि अगर उसने फिर से वानी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, तो उसके अंजाम बहुत बुरे होंगे।
निष्कर्ष
आज के एपिसोड में वानी और वायु की दोस्ती के चलते रन्नविजय और वैजु करीब आने वाले थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें मिलने से रोक दिया। रन्नविजय को वैजु की यादें ताजा हो गईं, लेकिन क्या वह जान पाएगा कि वानी की मां ही उसकी पुरानी प्रेमिका है? आगे क्या होगा, जानने के लिए अगले एपिसोड का इंतजार करें!
सीरियल के और अपडेट्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहें!