Welcome Today, your daily dose of insights and inspiration. In Maati Se Bandhi Dor Today Episode 17th February 2025, we bring you exciting updates, thought-provoking discussions, and a look at the trends shaping the day. Stay tuned as we dive into the stories that matter most to you!
Maati Se Bandhi Dor Today Episode 17th February 2025
जय और रणविजय की बातचीत
एपिसोड की शुरुआत जय के रणविजय से यह कहने के साथ होती है कि उन्हें परिवार के सदस्यों को वैजु के बारे में बता देना चाहिए। यह सुनकर रणविजय को वैजु से हुई मुलाकात की याद आ जाती है और वह खो जाता है।
जय उसे देखती है और पूछती है कि वह ठीक है या नहीं। रणविजय कहता है कि वह बिल्कुल ठीक और खुश है। वह यह भी पूछता है कि उसने उसका जन्मदिन कैसे भूल गया। वह जय से पूछता है कि उसे क्या गिफ्ट लाना चाहिए।
जय उसे रोकती है और कहती है कि वह यह नाटक करना बंद करे क्योंकि वह जानती है कि वह अब भी वैजु को भूला नहीं है। रणविजय उसे चेतावनी देता है कि वह कभी भी वैजु का नाम न ले। जय कहती है कि वह उसे अपनी तकलीफ को अंदर ही अंदर सहते हुए नहीं देख सकती।
रणविजय का इनकार
रणविजय गुस्से में कहता है कि वैजु कभी वापस नहीं आ सकती क्योंकि अब उसकी जिंदगी में उसके लिए कोई जगह नहीं है। वह सख्ती से कहता है कि इस घर में कोई भी कभी वैजु का नाम नहीं लेगा।
डिनर टेबल पर वैजु की तस्वीर
डिनर टेबल पर, जय वायु को खाने के लिए बुलाती है। वायु कहता है कि उसे एक जरूरी काम करना है, उसके बाद वे एक-दूसरे को खाना खिला सकते हैं।
इसके बाद, वायु दीवार पर अपनी, वैजु और वाणी की एक तस्वीर टांग देता है। अरहान अपने कमरे में जाकर खाना खाने की कोशिश करता है, लेकिन रागिनी उसे परिवार के साथ बैठकर खाने के लिए कहती है।
अरहान जैसे ही दीवार पर लगी वैजु की तस्वीर को देखता है, वह चौंक जाता है और पूछता है कि यह कौन है। यह सुनकर पूरा परिवार सकते में आ जाता है। वायु खुशी से कहता है कि यह उसकी “फाइटर आंटी” है। वह अरहान से पूछता है कि क्या उसने वैजु को पहले कभी देखा है।
वैजु के बारे में सच्चाई सामने आती है
रणविजय जल्दी से कहता है कि यह सब एक गलतफहमी है और वह वैजु को नहीं जानता। जय तुरंत वायु को अंदर ले जाती है।
इस बीच, वसुंधरा रणविजय का सामना करती है और उससे पूछती है कि क्या वैजु जिंदा है। रणविजय स्वीकार करता है कि वैजु जिंदा है लेकिन कहता है कि वह नहीं चाहता कि कोई इस घर में उसका नाम ले।
वसुंधरा उसे और सवालों में घेर लेती है और पूछती है कि वाणी कौन है। रणविजय जवाब देता है कि वह वैजु की बेटी है लेकिन जब वह उसके पिता के बारे में पूछती है, तो वह चुप हो जाता है।
तस्वीर का टूटना और परिवार में बढ़ता तनाव
गुस्से में वसुंधरा दीवार से तस्वीर उठाती है और उसे जमीन पर फेंककर तोड़ देती है।
जय टूटे हुए टुकड़ों को उठाती है और कहती है कि वह वसुंधरा के दर्द को समझ सकती है, लेकिन वायु को फिर से आत्मविश्वास मिला है क्योंकि उसने वैजु को देखा है।
वसुंधरा जवाब देती है कि उसे अपने जीवन में रणविजय के समर्थन से बहुत कुछ मिला है। रणविजय सख्ती से कहता है कि इस घर में कोई भी वैजु का नाम नहीं लेगा। सुलेखा कहती है कि वह उम्मीद करती है कि वैजु कभी इस घर में वापस न आए। वसुंधरा भी साफ-साफ कह देती है कि अब इस घर में कोई भी वैजु के लिए आँसू नहीं बहाएगा।
वायु की हालत और अस्पताल में अफरा-तफरी
वसुंधरा जय से कहती है कि वह उसके और रणविजय के लिए बाहर घूमने के टिकट बुक करवा देगी। वह जय से पूछती है कि इतने सालों बाद वैजु को देखकर उसे कैसा महसूस हुआ। जय कहती है कि उसे अपनी आँखों पर विश्वास ही नहीं हुआ।
वसुंधरा कहती है कि रणविजय का फैसला सही है और अब जय ही उसकी पत्नी है।
इस बीच, वायु बार-बार वाणी को कॉल करने की कोशिश करता है। वसुंधरा उससे उसका फोन छीन लेती है और उसे वाणी का नंबर डिलीट करने के लिए कहती है। वायु जोर-जोर से रोने लगता है।
इसी तनाव में, वायु सीढ़ियों से फिसलकर नीचे गिर जाता है और बेहोश हो जाता है। रणविजय घबराकर उसे अस्पताल ले जाता है। दूसरी ओर, वैजु को अचानक बेचैनी महसूस होती है, मानो कुछ गलत होने वाला है।
डॉक्टर की चिंता और वैजु की बेचैनी
अस्पताल में डॉक्टर रणविजय और जय से कहते हैं कि वे बाहर इंतजार करें जबकि वह वायु की जांच कर रहे हैं।
दूसरी तरफ, वाणी वैजु से पूछती है कि क्या वह भी वायु को याद कर रही है। वह विनती करती है कि वह वायु को एक आखिरी बार कॉल करे।
निष्कर्ष
यह एपिसोड कई रहस्यों, भावनाओं और पारिवारिक मतभेदों से भरा हुआ था। वायु और वैजु के बीच का रिश्ता एक नया मोड़ ले रहा है, जबकि रणविजय और वसुंधरा उसे अपनी जिंदगी से पूरी तरह मिटा देना चाहते हैं।
क्या वायु और वैजु फिर से मिल पाएंगे? क्या रणविजय अपनी भावनाओं को स्वीकार करेगा? अगले एपिसोड में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं!