Vasudha Today Episode 25th February 2025

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Vasudha Today Episode 25th February 2025

Vasudha Today Episode 24th February 2025

सरिका और चंद्रिका का आमना-सामना

एपिसोड की शुरुआत में सरिका, वसुंधरा से पूछती है कि क्या उनकी भक्ति अब कमजोर हो गई है। जैसे ही वह मुड़ती है, चंद्रिका को देखकर चौंक जाती है। वह अतीत में चंद्रिका द्वारा थप्पड़ मारे जाने की घटना को याद करती है और घबराकर कहती है कि वह सिर्फ पानी पीने आई थी।

चंद्रिका व्यंग्य भरे लहजे में कहती है कि सरिका की मेहनत काबिले-तारीफ है। फिर वह हलवे का एक कटोरा उठाती है और कहती है कि इसमें और मिठास होनी चाहिए। लेकिन जैसे ही वह हलवे में कुछ मिलाती है, सरिका घबरा जाती है और कहती है कि यह शक्कर नहीं बल्कि मिर्ची पाउडर है।

सरिका को सबक सिखाने की सजा

चंद्रिका, वसुंधरा को आदेश देती है कि वह सरिका को यह हलवा खिलाए। वसुंधरा विनती करती है कि इस बात को छोड़ दिया जाए, लेकिन चंद्रिका अपनी जिद्द पर अड़ी रहती है।

सरिका डरकर चंद्रिका से माफी मांगती है और कहती है कि वह अब दोबारा ऐसा नहीं करेगी। लेकिन चंद्रिका उसे मुँह खोलने के लिए कहती है। मजबूर होकर वसुंधरा, सरिका को हलवा खिलाती है।

जैसे ही सरिका हलवा खाती है, वह दर्द से चिल्लाने लगती है और पानी मांगती है। वसुंधरा तुरंत उसे दूध देती है ताकि उसकी तकलीफ कम हो सके।

चंद्रिका की कड़ी चेतावनी

चंद्रिका, सरिका को चेतावनी देती है कि उसे अब बदल जाना चाहिए और यह समझना चाहिए कि वह इस घर की बहू है। वह सरिका को वहां से जाने के लिए कहती है।

इसके बाद, चंद्रिका वसुंधरा से पूछती है कि उसने खुद यह हलवा क्यों खाया। वसुंधरा जवाब देती है कि जब चंद्रिका ने उसे अपने हाथों से खिलाया, तो वह मना कैसे कर सकती थी। चंद्रिका वसुंधरा को आशीर्वाद देती है और वहां से चली जाती है।

ऑफिस में गपशप और देवांश का गुस्सा

दूसरी ओर, ऑफिस के कर्मचारी चंद्रिका और देवांश के झगड़े के बारे में चर्चा कर रहे होते हैं। देवांश और मयूर भी यह बातें सुन लेते हैं। देवांश बिना कुछ कहे अंदर चला जाता है, जबकि मयूर कर्मचारियों को डांटता है और उन्हें नौकरी से निकाल देता है।

इसके बाद, मयूर देवांश के केबिन में जाता है। देवांश चिंतित होकर पूछता है कि यह खबर कर्मचारियों तक कैसे पहुंची। मयूर उसे समझाता है कि समय के साथ सब कुछ बदल जाएगा।

दिव्या और अविनाश की बातचीत

इस बीच, दिव्या अविनाश को फोन करती है। अविनाश उत्सुकता से पूछता है कि उसका पहला दिन कैसा रहा। लेकिन दिव्या शिकायत भरे लहजे में उसे कुछ बातें कहती है और फिर फोन काट देती है। अविनाश मन ही मन सोचता है कि बहुत जल्द दिव्या उसकी तारीफ करेगी।

नशे में धुत देवांश और वसुंधरा का संघर्ष

रात होते ही, नशे में धुत देवांश अपने घर पहुंचता है। वह जोर-जोर से बोलते हुए कहता है कि वह चंद्रिका से माफी मांगने आया है। वसुंधरा उसे देख लेती है और तुरंत उसका मुँह बंद कर देती है ताकि कोई उसे सुन न सके।

वह गार्ड्स को निर्देश देती है कि इस बारे में किसी को कुछ न बताया जाए। फिर वह देवांश को वहां से ले जाने लगती है। लेकिन देवांश बार-बार कहता है कि उसे चंद्रिका से मिलना है।

वसुंधरा उसे समझाती है कि वह इस हालत में चंद्रिका के सामने नहीं जा सकता क्योंकि चंद्रिका को यह सब बिल्कुल पसंद नहीं। लेकिन देवांश जिद्द पर अड़ा रहता है और कहता है कि आज वह किसी की नहीं सुनेगा।

चंद्रिका की नजरों से बचने की कोशिश

वसुंधरा उसे यह भी समझाने की कोशिश करती है कि कोई उसे इस हालत में नहीं देखे, वरना स्थिति और खराब हो जाएगी। लेकिन देवांश भावुक होकर कहता है कि वह कभी चंद्रिका की शान हुआ करता था, लेकिन अब उसने वह शान तोड़ दी है। इसलिए उसे सजा मिलनी चाहिए।

वसुंधरा उसे दिलासा देती है कि वह सबकुछ ठीक कर देगी। तभी उसे करिश्मा नजर आती है और वह जल्दी से देवांश को एक खंभे के पीछे छुपा देती है। लेकिन देवांश वहां से भागकर गिर जाता है।

करिश्मा यह सब देख लेती है और तय करती है कि वह इस बारे में चंद्रिका को बताएगी।

करिश्मा का षड्यंत्र

करिश्मा तुरंत चंद्रिका के पास जाती है और कहती है कि बगीचे में कोई नशे में धुत व्यक्ति हंगामा कर रहा है। चंद्रिका तुरंत उसके साथ वहां पहुंचती है, लेकिन वहां कोई नहीं होता।

इस दौरान, वसुंधरा ने देवांश को एक कार के पीछे छिपा लिया था। चंद्रिका करिश्मा से कहती है कि वहां कोई नहीं है।

देवांश की उदासी

देवांश निराश होकर वसुंधरा से कहता है कि अगर चंद्रिका ने उसे माफ नहीं किया, तो वह यह शहर छोड़कर चला जाएगा। वह सवाल करता है कि आखिर वह चंद्रिका के बिना कैसे जिएगा।

वसुंधरा यह सोचती है कि उसे हर हाल में सब कुछ ठीक करना होगा।

सरिका को करिश्मा का खुलासा

करिश्मा, सरिका के पास जाती है और कहती है कि उसने देवांश को देखा था। उसे पूरा यकीन है कि वसुंधरा ही देवांश को वहां से ले गई थी।

इस बीच, देवांश, वसुंधरा से पूछता है कि क्या उसे भी लगता है कि वह झूठा है। वसुंधरा उसे शांत करने की कोशिश करती है और कहती है कि ऐसा कुछ नहीं है। तभी देवांश की नजर वसुंधरा के मंगलसूत्र पर पड़ती है।

निष्कर्ष

इस एपिसोड में भावनात्मक उथल-पुथल और संघर्ष की झलक देखने को मिली। देवांश अपने दर्द से जूझ रहा है, जबकि वसुंधरा हर हाल में उसे बचाने की कोशिश कर रही है। दूसरी तरफ, करिश्मा और सरिका नई साजिशें रचने में लगी हैं।

क्या देवांश को चंद्रिका माफ करेगी? क्या वसुंधरा सब कुछ ठीक कर पाएगी? जानने के लिए अगले एपिसोड का इंतजार करें!

Maati Se Bandhi Dor Today Episode 25th February 2025

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