Jagriti Today Episode 26th February 2025

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Jagriti Today Episode 26th February 2025

Jagriti Today Episode 26th February 2025

ठाकुर हवेली में भैरव भेल का स्वागत

कहानी की शुरुआत होती है जब कलिकांत, भैरव भेल को ठाकुर हवेली में आमंत्रित करता है। भैरव भेल अपने बीते हुए दिनों को याद करता है, खासकर अपनी दिवंगत पत्नी मालती से किए गए वादों को।

रोहन भैरव के पास आता है और पूछता है कि वह कलिकांत के बढ़ाए हुए हाथ को क्यों नहीं थाम रहा। भैरव तुरंत अपने विचारों से बाहर आता है और कलिकांत से माफी मांगता है। वह कहता है कि वह भावुक हो गया था।

कलिकांत मुस्कुराते हुए कहता है कि वह इसे समझ सकता है क्योंकि वह भी एक बेटी का पिता है। इसके बाद, वह सूरज और सपना को जागृति के परिवार से मिलवाता है।

गंगा और जागृति की बातचीत

गंगा, जागृति से कहती है कि आकाश उसका बहुत अच्छे से ख्याल रखेगा। जागृति, गंगा के चरणों में झुककर आशीर्वाद लेती है।

इस बीच, सूरज गंगा पर कोई टिप्पणी करता है।

गंगा भी चुटकी लेते हुए सूरज को छेड़ती है कि वह बचपन से ही सपना को पसंद करता था।

यह सुनकर, जागृति को अचानक वह पुरानी बात याद आ जाती है जब सूरज ने किसी लड़की के बारे में बात की थी। उसे लगता है कि सूरज दरअसल सपना के बारे में ही बोल रहा था।

जागृति, आकाश से पूछती है कि क्या उसे पता था कि सूरज, सपना को पसंद करता है। आकाश कहता है कि यह संभव नहीं है।

लेकिन जागृति कहती है कि सूरज ने खुद उससे यह बात कही थी।

आकाश इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहता है कि अगर सूरज और सपना एक-दूसरे को पसंद करते हैं तो यह अच्छी बात है, लेकिन उसे सपना पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है।

फिर, आकाश याद दिलाता है कि उन्हें चिट्टा बस्ती जाना है। जागृति सहमत हो जाती है।

सपना की चालाकी

इसके बाद, सपना को एक कमरे में जाते हुए दिखाया जाता है। वह वहां कुछ ढूंढ रही होती है।

जल्द ही, उसे वह अंगूठियां मिल जाती हैं जिनकी उसे तलाश थी।

तभी, गंगा कमरे में प्रवेश करती है। गंगा देखती है कि अंगूठियां खुले में पड़ी हुई हैं। वह उन्हें उठाकर अलमारी में रख देती है और वहां से चली जाती है।

गंगा के जाते ही, सपना छिपी हुई जगह से बाहर आ जाती है।

सपना ने पहले ही गंगा के कदमों की आहट सुन ली थी, इसलिए उसने खुद को छिपा लिया था।

अब वह धीरे-धीरे अलमारी की ओर बढ़ती है और जागृति की अंगूठी को अपनी अंगूठी से बदल देती है।

सपना मन ही मन सोचती है कि उसे हमेशा सबसे अच्छा ही मिलना चाहिए और इस पर एक टिप्पणी करती है।

कलिकांत का परिचय और सूरज का गुस्सा

कलिकांत सभी मेहमानों के सामने भैरव भेल का परिचय कराता है।

यह देखकर, सूरज नाराज होकर शराब पीने लगता है।

सपना, सूरज के पास जाकर पूछती है कि वह क्या कर रहा है।

सूरज गुस्से में कहता है कि कलिकांत, भैरव भेल को सभी से मिलवा रहा है, मानो वह बहुत महत्वपूर्ण हो और वे नहीं।

तभी, कालिंदी वहां आती है। सूरज जाने की कोशिश करता है, लेकिन सपना उसे रोक लेती है और कहती है कि वह पहले कालिंदी की बात सुने।

कालिंदी कहती है कि पहले उसे लगता था कि सूरज, कलिकांत का उत्तराधिकारी बनने के योग्य नहीं है, लेकिन अब, सपना ने उस पर विश्वास जताया है, इसलिए वह भी अब सूरज पर भरोसा कर रही है।

जागृति और आकाश का गुप्त प्लान

आकाश, जागृति को इशारा करता है कि वे अपनी योजना को अंजाम दें।

जागृति सबके सामने अचानक चक्कर आने का नाटक करती है।

आकाश उसे सहारा देकर उसके कमरे में ले जाता है और दरवाजा अंदर से बंद कर लेता है।

इसके बाद, आकाश और जागृति चिट्टा बस्ती पहुंचते हैं। वहां, वे मां वंदेवी की पूजा में शामिल होते हैं।

पूजा समाप्त होने के बाद, आकाश बिंदी से कहता है कि अगर एक खास व्यक्ति यहां होता, तो यह और भी अच्छा होता।

जागृति पूछती है कि क्या वह जग्गू की बात कर रहा है।

आकाश हां में जवाब देता है और आगे कुछ कहता है।

कचौरी कहता है कि जागृति अब उनके साथ है और फिर आकाश द्वारा बनाई गई जग्गू की पेंटिंग दिखाता है।

यह देखकर, जागृति आकाश की तारीफ करती है और कहती है कि वह अब आकाश के सपने को पूरा करने में उसकी मदद करेगी।

अंगूठी रस्म और साजिश का खुलासा

इस बीच, कलिकांत भैरव से पूछता है कि क्या जागृति अब ठीक है क्योंकि अब अंगूठी पहनाने की रस्म का समय हो चुका है।

सूरज कहता है कि वह जाकर जागृति और आकाश को बुलाएगा।

उधर, मनीषा, आकाश को फोन करके बताती है कि सूरज उनके कमरे की ओर आ रहा है।

आकाश, मनीषा से कहता है कि वह सूरज को कुछ देर तक रोकने की कोशिश करे।

मनीषा, सूरज के पास जाकर जानबूझकर उस पर पानी गिरा देती है और फिर माफी मांगती है।

सूरज इस पर एक टिप्पणी करता है और वहां से चला जाता है।

कुछ समय बाद, सूरज आकाश के कमरे पर दस्तक देता है।

आकाश कोई जवाब नहीं देता, इसलिए सूरज दरवाजा तोड़ने की कोशिश करता है।

तभी, आकाश और जागृति खिड़की से कमरे में आ जाते हैं।

आकाश दरवाजा खोलता है।

सूरज, आकाश से पूछता है कि वे जवाब क्यों नहीं दे रहे थे।

आकाश एक बहाना बना देता है।

सूरज, जागृति से पूछता है कि उसके कपड़े गंदे क्यों हैं।

जागृति कहती है कि वह ताजी हवा लेने के लिए बालकनी में गई थी और इस पर एक टिप्पणी करती है।

गंगा, सूरज-सपना और जागृति-आकाश की अंगूठियां लेकर आती है।

कलिकांत, कालिंदी से पूछता है कि अंगूठियां बदल कैसे गईं।

इससे पहले कि कोई कुछ कह सके, सपना झट से अपनी अंगुली में अंगूठी डाल लेती है।

निष्कर्ष

क्या सपना की साजिश किसी के सामने आएगी? क्या जागृति और आकाश का प्लान सफल होगा? जानने के लिए जुड़े रहिए अगले एपिसोड के साथ।

Vasudha Today Episode 26th February 2025

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