Welcome Today, your daily dose of insights and inspiration. In Suman Indori Today Episode 23th February 2025, we bring you exciting updates, thought-provoking discussions, and a look at the trends shaping the day. Stay tuned as we dive into the stories that matter most to you!
Suman Indori Today Episode 23th February 2025
पाँच साल बाद इंदौर लौटी भूमि
कहानी की शुरुआत होती है जब भूमि, जो अब एक वकील बन चुकी है, पाँच साल बाद इंदौर लौटती है। उसकी वापसी का उद्देश्य अपनी बहन सुमन का साथ देना है। जैसे ही भूमि घर पहुंचती है, सुमन उसे गले लगा लेती है और अपने आँसू रोक नहीं पाती।
हेमा और मालीनी भी भूमि को इतने सालों बाद देखकर भावुक हो जाती हैं। सुमन को अपनी बहन पर गर्व महसूस होता है कि वह एक प्रतिष्ठित वकील बन गई है।
भूमि का फैसला
हालांकि, भूमि अपनी बहन के लिए यह केस लड़ने के लिए तैयार नहीं है। उसका मानना है कि ऋषि की जिम्मेदारी लेना सही नहीं है, क्योंकि वह इसके लायक नहीं है। यह सुनकर सुमन परेशान हो जाती है, लेकिन भूमि अपने फैसले पर अडिग रहती है।
ऋषि और तीर्थ की मुलाकात
दूसरी ओर, ऋषि एक बार तीर्थ से मिलना चाहता है, लेकिन रेवती यह नहीं चाहती। इसके बावजूद, इस बार ऋषि अपनी जिद पर अड़ा रहता है। देविका इस पूरे घटनाक्रम को ध्यान से देख रही होती है और उसे महसूस होता है कि उसे तुरंत कुछ करना होगा।
ऋषि, तीर्थ से मिलने के लिए मित्तल हाउस में दाखिल होता है। तीर्थ, ऋषि को देखकर भावुक हो जाता है और उसे गले लगा लेता है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से ऋषि कोई उत्साह नहीं दिखाता।
ऋषि, तीर्थ से माफी मांगता है और कहता है कि वह उसे अपना पिता नहीं मानता। वह केवल अपनी माँ के साथ रहना चाहता है और शांति चाहता है। ऋषि की यह बेरुखी तीर्थ को भीतर तक झकझोर देती है, और वह दुख से टूट जाता है कि वह अपने ही बेटे का प्यार नहीं जीत सका।
सुमन की नाराज़गी और ऋषि का अपहरण
भूमि के इनकार से सुमन बेहद गुस्से में आ जाती है। वह अपनी बहन से उम्मीद कर रही थी कि वह उसका साथ देगी, लेकिन भूमि का इनकार उसे झटका देता है।
इसी बीच, देविका ऋषि का अपहरण कर लेती है। ऋषि बगीचे में ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाता है, लेकिन कोई उसकी आवाज़ नहीं सुन पाता।
सुमन जब अपने बेटे को हर जगह ढूंढती है, तो उसे शक होता है कि तीर्थ ने ही ऋषि को अपने पास रखा है। वह तुरंत मित्तल हाउस पहुंचती है और अपने पति तीर्थ से ऋषि के बारे में पूछताछ करती है।
सच्चाई का खुलासा
तीर्थ इस अचानक हुई पूछताछ से हैरान हो जाता है। वह बार-बार कहता है कि उसे ऋषि के बारे में कुछ नहीं पता। लेकिन जल्द ही उसे एहसास होता है कि शायद यह देविका का किया धरा है।
इसी बीच, बगीचे में देविका ऋषि को मारने की कोशिश करती है। ऋषि डर के मारे जोर-जोर से चिल्लाने लगता है।
सुमन और तीर्थ दोनों उसकी चीखें सुनकर तुरंत बगीचे की ओर दौड़ पड़ते हैं। जैसे ही वे वहां पहुंचते हैं, सुमन देखती है कि देविका के हाथ में एक गिलास है।
देविका की चालाकी
देविका तुरंत मासूम बनने का नाटक करने लगती है और कहती है कि उसे ऋषि के बारे में कुछ नहीं पता।
तभी, ऋषि वहां आता है और कहता है कि देविका उसकी मदद कर रही थी। यह सुनकर सुमन देविका से माफी मांग लेती है। देविका अपनी चाल में सफल हो जाती है और सबको धोखा देने में कामयाब रहती है।
निष्कर्ष
यह कहानी भूमि के संघर्ष, सुमन की बेबसी और देविका की साजिश को दर्शाती है। भूमि अभी भी अपनी बहन के लिए लड़ने को तैयार नहीं है, जबकि सुमन अपने बेटे को खोने के डर से जूझ रही है।
दूसरी ओर, तीर्थ अपने बेटे का प्यार पाने में असफल हो रहा है, और देविका अपनी चालाकी से सभी को धोखा देने में सफल हो जाती है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भूमि अपनी बहन के लिए खड़ी होगी या नहीं, और क्या सुमन अपने बेटे को सुरक्षित रख पाएगी?