Welcome Today, your daily dose of insights and inspiration. In Suman Indori Today Episode 22th February 2025, we bring you exciting updates, thought-provoking discussions, and a look at the trends shaping the day. Stay tuned as we dive into the stories that matter most to you!
Suman Indori Today Episode 22th February 2025
तीर्थ का स्पष्ट निर्णय
कहानी की शुरुआत होती है जब तीर्थ साफ़-साफ़ कहता है कि उसे सुमन में कोई रुचि नहीं है। वह खुद सुमन से शादी नहीं करना चाहता। विक्रम के लिए रास्ता खुला है, लेकिन विक्रम को इस बात का डर है कि तीर्थ का सुमन के प्रति नफ़रत कभी भी प्यार में बदल सकता है। वह इस विषय पर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता, इसलिए वह ऋषि के बारे में कोई ठोस निर्णय लेना चाहता है।
सुमन की चिंता और ऋषि का समर्थन
सुमन इस बात को लेकर चिंतित है कि उनके आपसी मतभेदों की वजह से उनका बेटा परेशान हो रहा है। लेकिन ऋषि अपनी माँ को समझाता है कि वह कभी भी तीर्थ को अपने जीवन में स्वीकार नहीं करेगा। वह अपनी माँ से इतना प्यार करता है कि किसी को भी त्याग सकता है। सुमन भावुक होकर ऋषि की गोद में सिर रख लेती है।
देविका की खुशी और तीर्थ का नया खुलासा
देविका बहुत खुश है क्योंकि तीर्थ ऋषि को अपना जैविक पुत्र साबित करने में विफल हो गया है। वह अपने पिता के साथ अपनी खुशी साझा करती है। लेकिन तभी अचानक तीर्थ ढोल बजाते हुए घर में प्रवेश करता है। देविका यह देखकर उलझन में पड़ जाती है। तभी तीर्थ एक चौंकाने वाली घोषणा करता है कि रिपोर्ट में यह प्रमाणित हुआ है कि ऋषि वास्तव में उसका जैविक पुत्र है।
गजानन देवी और चंद्रकांत इस खबर को सुनकर बहुत खुश हो जाते हैं। रेवा भी भावुक हो जाती है, क्योंकि उसे लगता है कि ऋषि अब उसकी ज़िंदगी में वापस आ जाएगा।
देविका की हार और तीर्थ की चालाकी
देविका के चेहरे की रंगत उड़ चुकी है। तीर्थ उस पर तंज कसता है कि वह ऋषि के डीएनए सैंपल को नष्ट करने की योजना बना रही थी, लेकिन वह पहले ही देविका की साजिश को भांप चुका था। उसने सैंपल को सुरक्षित रखा ताकि रिपोर्ट में कोई हेरफेर न की जा सके। असल में देविका मूर्ख बन गई थी, क्योंकि तीर्थ ने असली सैंपल को किसी और अस्पताल में भेज दिया था। रिपोर्ट देखकर देविका पूरी तरह से अवाक रह जाती है।
सुमन की चिंता और मलिनी-हेमा का डर
सुमन को पहले ही यह अहसास हो गया था कि तीर्थ ने सैंपल किसी अन्य अस्पताल में भेजा होगा। मलिनी और हेमा यह सोचकर डरी हुई हैं कि कहीं तीर्थ ऋषि को उनसे दूर न कर दे। वे समझ नहीं पा रही हैं कि अब उन्हें क्या करना चाहिए। वहीं, सुमन ज्यादा कुछ सोचे बिना बस अपने बच्चे को बचाने की योजना बनाने में जुट जाती है।
विक्रम और देविका का आमना-सामना
गुलशन, जो पहले देविका को वादा कर चुका था, उसे फिर से पूरा करने में असफल रहता है। इससे देविका क्रोधित हो जाती है और गुलशन को दोष देने लगती है। तभी वहाँ विक्रम आ जाता है। देविका विक्रम के चेहरे को देखकर समझ जाती है कि वह इस पूरी घटना से बिल्कुल भी खुश नहीं है।
तीर्थ ने जो करना था, वह कर चुका था। देविका विक्रम को असुरक्षित महसूस कराने की कोशिश करती है, लेकिन विक्रम उसके जाल में नहीं फँसता। बाद में देविका अपनी बेटी के चेहरे की हवाइयाँ उड़ती देखती है, जो विक्रम को देखकर डर गई थी।
तीर्थ की कानूनी लड़ाई
तीर्थ एक अनुभवी वकील से मिलता है और अपने केस पर चर्चा करता है। वह किसी भी हालत में ऋषि को अपनी ज़िंदगी में वापस चाहता है। इसके लिए वह सुमन के खिलाफ कोर्ट में जाने को तैयार है।
रेवा और ऋषि की बातचीत
रेवा, ऋषि से गार्डन में मिलती है, लेकिन ऋषि इस रिपोर्ट से खुश नहीं है। यह रिपोर्ट उसके मन को और अधिक उलझा देती है। वह समझ नहीं पा रहा कि उसे अब क्या करना चाहिए।
भूमि की एंट्री
आखिरकार, भूमि सुमन के घर आती है। भूमि अब एक बहुत बड़ी वकील बन चुकी है और वह सुमन का केस जीतने की पूरी कोशिश करेगी।
निष्कर्ष
कहानी एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आ गई है। एक ओर तीर्थ अपने बेटे को वापस पाने के लिए लड़ने को तैयार है, तो दूसरी ओर सुमन अपने बेटे की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। अब देखना यह है कि आने वाले समय में किसकी जीत होगी और रिश्तों की यह उलझन कौन सा नया मोड़ लेगी।